एसिडिटी यानि अम्लता
इसमें पेट की जलन सहित दर्द तथा अम्लीय सामग्री के प्रत्यावहन की अनुभूति होती है।
उपचार
- बड़ा चम्मच धनिया पत्ती का रस और एक छोटा चम्मच ताजा अदरक दिन में 2-3 बार लिया जा सकता है।
- सुबह एक कप दूध के साथ पका हुआ केला मसल कर खाने से हृदय दाह और पेट के अल्सर पर उपयुक्त प्रभाव पड़ता है।
- एक चुटकी सेंधा नमक मिला हुआ ताजा संतरे का रस आधा कप पीने से तत्काल राहत मिलती है, लेकिन यह भोजन के बाद नहीं लेना चाहिए।
मुहाँसे
बालों के रोम के आधार पर मौजूद तेल ग्रंथियों में रुकावट के कारण मुहाँसे उत्पन्न होते हैं।
उपचार
- ताजा छाछ के साथ त्वचा को धोने, और फिर गर्म पानी से अच्छी तरह से साफ करने से त्वचा का पीएच संतुलन बना रहता है।
- बेसन और आधा चम्मच हल्दी के साथ किए गए फेसपैक का वैकल्पिक दिनों में उपयोग किया जा सकता है।
- संतरे के सूखे छिलके, भिगोकर नम करने और फिर त्वचा पर धीरे-धीरे रगड़ने से परिसंचरण सक्रिय होता है और हाथ धोने के आदर्श साधन के तौर पर सूखी पपड़ी से मुक्ति दिलाते हैं।
दाग
अत्यधिक घर्षण, तीव्र गर्मी, रसायन, बिजली या विकिरण द्वारा त्वचा के उत्तकों को हुए नुकसान के फलस्वरूप दाग उत्पन्न होते हैं।
उपचार
- प्रभावित क्षेत्र को 5-10 मिनट के लिए गुनगुने या थोड़े ठंडे पानी में डुबो कर रखें। यह गर्मी कम करता है और दर्द से राहत मिलती है।
- लाली होने पर बरगद के पेड़ की नरम, कोमल पत्तियों को पीस कर लगाएँ। लौंग और शहद से बना मरहम संक्रमण से बचाता है।
- यदि आसपास की त्वचा से रंग भिन्न है, तो शहद अपने प्राकृतिक एंजाइमों द्वारा परतों और मेलेनिन उत्पादक कोशिकाओं को पुनर्जीवित करने में फायदेमंद हो सकता है।
जूँ
जूँ सूक्ष्म परजीवी हैं जो खोपड़ी, धड़, कांख या गुप्त अंगों पर हमला करते हैं।
उपचार
- जूँ के लिए सबसे अच्छा उपाय नीम की पत्ती है। मुट्ठी भर नीम की पत्तियों का लेप बनाएँ और अल्प मात्रा में नारियल के तेल से सिर की त्वचा पर लगाएँ। रात भर लगाकर छोड़ दें और सुबह धो लें। इसे 2-3 बार दोहराएँ।
- शरीफा बीज सुखाने के बाद पीसकर, चूर्ण को नारियल के तेल में मिला कर सिर की त्वचा पर लगाया जा सकता है। 2-3 घंटे के लिए छोड़ दें और उसके बाद धो लें।
फटी ऐडियाँ
दर्दनाक घाव त्वचा पर लगातार संपर्क में पड़ने वाले दबाव और घर्षण के कारण पैदा होते हैं।
उपचार
- स्नान करते समय झांवां या खुरदरे कपड़े द्वारा धीरे धीरे रगड़ें। यह सूखी मृत त्वचा, धूल और जमी हुई मैल को हटा देती है।
- अखरोट के मिश्रण सहित शैंपू या साबुन मिले गर्म पानी से भरे बर्तन में पैर भिगोएँ। पैरों को अच्छी तरह से सुखाकर तेल से मालिश करें।
- नींबू के कटे छिलके, कच्चे टमाटर या ताजा अनानास का लेप करने से गोखरू या सख्त त्वचा को नरम करने में मदद मिलती है।
मूत्र संबंधी शिकायतें
मूत्र मार्ग में संक्रमण के मूल में अक्सर बैक्टीरिया होते हैं और ज्यादातर लड़कियों एवं महिलाओं में गुदा मूत्रमार्ग के नजदीक होने के कारण होते हैं।
उपचार
- गुर्दे साफ रखने के लिए खूब पानी पिएँ तथा 2-3 बार कच्चे नारियल पानी का प्रतिदिन सेवन करें।
- ताजा गाजर के आधा कप रस का दिन में तीन बार सेवन करें।
- हर सुबह 8-10 जामुन फल खाने से मार्ग संक्रमण मुक्त रहता है।
उच्च रक्तचाप
सामान्य से ऊपर रक्तचाप वृद्धि को उच्च रक्तचाप के रूप में जाना जाता है।
उपचार
- सुबह गर्म पानी और शहद के साथ ताजा नींबू का रस एक महत्वपूर्ण उपाय है।
- शहद युक्त आंवला, सुबह लेने से और सूखे पाउडर का आधा चम्मच सोते समय लेना लाभकारी होता है।
- तुलसी के पौधों की जड़ों का चूर्ण बना, अच्छी तरह छानकर शहद के साथ दिन में 2 बार सेवन करने से लाभ मिलता है।
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