2017/03/13

परीक्षा से डर और चिंता पर काबू पाने के लिए उपयोगी टिप्स - 3

परीक्षा से डर और चिंता

परीक्षा का समय निकट होने पर परीक्षार्थियों में परीक्षा से डर और टेस्ट देने की चिंता स्पष्ट तौर पर देखने को मिलती है। अपने डर पर काबू पाने और चिंता को कम करने के लिए हम भाग - 1 और भाग - 2 के अतिरिक्त यहाँ कुछ और उपयोगी टिप्स दे रहे हैं।


  • पिछले पेपरों को हल करें

पिछले वर्ष के प्रश्नों के उत्तर दिए बिना विषयों का रिवीजन करना हमेशा पूर्ण नहीं होता है। साथियों या शिक्षकों या इंटरनेट के माध्यम से पिछले साल के पेपर पाने का प्रयास करें। इससे आपकी तैयारी और आप कहां खड़े हैं यह जानने में मदद मिलती है। आपको सभी अध्यायों को पूरा करने के बाद ही उन पेपरों को हल करने की सलाह दी जाती है। अपनी पुस्तकों को देखे बिना उनका उत्तर दें और अपने आप ईमानदारी से आकलन का प्रयास करें।


  • अपने मित्रों के साथ तुलना न करें

आपको समझना चाहिए कि स्कूल या कॉलेज में हर कोई एक जैसा नहीं होता है। विषय को अध्ययन करने और समझने के लिए प्रत्येक मनुष्य के पास अलग-अलग तरीके होते हैं। इसलिए आप में से प्रत्येक के लिए भी किसी विषय का दुहराव भिन्न है। अपने मित्रों के साथ पढ़े गए विषयों पर कभी तुलना न करें। कुछ छात्र छात्राओं को अपने मित्र को फोन करने और पूछने कि आदत होती है कि वे कैसे तैयारी कर रहे हैं और उसने/उन्होंने कितना पढ़ लिया है।

  • दूसरों से बात करें

किसी भी आयु वर्ग के स्टूडेंट को अपने गुरु या माता-पिता के साथ बात करने के लिए प्रोत्साहित किया जाना चाहिए। माता-पिता को अपने बच्चे के साथ कुछ समय बिताते हुए वास्तव में उनके मन की परेशानी को जानने और हल करने का प्रयास करना चाहिए। उनके साथ बात करके वे निश्चित रूप से अपने डर को कम कर सकते हैं। इसके अलावा उन्हें अपने दिन के कार्यकलापों पर चर्चा करने के लिए प्रोत्साहित किया जाना चाहिए जैसे उन्होंने क्या किया है, और उन्होंने क्या पूरा किया हैऔर वे अपना कार्य पूरा कर पाए हैं, अगर नहीं तो उसके कारण क्या थे। दिन के अंत में ये छोटी चर्चा उनको अगले दिन कड़ी मेहनत करने के लिए अवश्य प्रेरित करेगी।

  • सकारात्मक कल्पना करें

जब भी आप परीक्षाओं की तैयारी कर रहे हैंआप कल्पना करें कि आप परीक्षा उत्तीर्ण करेंगे। अपनी परीक्षा की तैयारी में बाधा उत्पन्न होने से बचाने के लिए नकारात्मक विचार कभी न पनपने दें। विफलता से डर या इसके बारे में सोचने मात्र से ही तनाव पैदा होने का जोखिम रहता है। तनाव की अवधि के दौरान आप अपनी पढ़ाई पूरी करने में सक्षम नहीं होंगे। इसलिएमहसूस करें कि आप जो मेहनत कर रहे हैंआप अवश्य सफल होंगे।


  • शारीरिक रूप से सक्रिय रहें

पूरे दिन अध्ययन करने से आपको अधिक चिंता हो सकती है। अपने पसंद के खेल को खेलने के लिए समय निकालना तनाव को दूर करता है। तनाव भगाने के लिए कई विकल्प हैं। थोड़ी दूरी के लिए साइकिल चलानापैदल चलनाजिम जानाबागवानी करनाघर के कोई अन्य काम करने जैसी कुछ ऐसी गतिविधियां हैं जो आपके दिमाग को तनावरहित और तरोताज़ा करेगी।


  • संतुलित भोजन करें

परीक्षा के समय छात्र अक्सर भोजन या नाश्ता छोड़ देते हैं। यह एक गंभीर गलती है। भोजन छोड़ना आपकी किसी समस्या का समाधान नहीं करता। वास्तव में भोजन छोड़ने से आप अपने दिमाग को महत्वपूर्ण पोषक तत्वों से वंचित कर देते हैं। इसलिएआपको प्रोटीन और कार्बोहाइड्रेट का उचित सेवन करने की आवश्यकता है। आपको अच्छी तरह से ध्यान केंद्रित करने में आवश्यक पोषक तत्वों का सेवन बहुत मदद करता है।


  • योगाभ्यास एवं मेडिटेशन करें

सभी कामों के बावजूदयदि आपको अभी भी लगता है कि आप भय और चिंता को दूर नहीं कर पा रहे हैंतो प्रातः योग एवं मेडिटेशन करने का प्रयास करें। मेडिटेशन से आपका मन केन्द्रित रहेगा और यह आपके दिमाग से अवांछित विचारों को भी भगा देगा। इसके बारे में तथ्यों पर कुछ मार्गदर्शन प्राप्त कर लें। या आप बस फर्श पर पालथी मार कर बैठ सकते हैंअपनी आंखों को बंद कर सकते हैं और अपना चेहरा ऊपर की ओर रख सकते हैं। आपकी हथेलियों को ध्यानमुद्रा पर रखा जाना चाहिए। एक दिन में सुबह 10 से 15 मिनट के लिए यह करें।


  • नियमित व्यायाम करें

पढाई के दौरान छात्र अक्सर अपने डेस्क या कुर्सी पर घंटों तक लगातार बैठते हैं। थोड़े अन्तराल में उठना उचित है। 2 या 3 घंटे के बाद हल्का व्यायाम आपकी मांसपेशियों को खींचकर तरोताजा कर देता है। आपकी गर्दनआपके हाथों और पैरों को तीन घंटे में एक बार खिंचाव की आवश्यकता होती है। अन्यथा असुविधा के कारण आप ध्यान केन्द्रित नहीं कर पाएंगे। इस तरह आप लय खो देते हैं और सुस्त महसूस करते हैं।


  • सामूहिक अध्ययन का प्रयास करें

कभी-कभीहमउम्र या समान सोच वाले स्टूडेंट एक साथ मिल कर पढाई करते हैं। आप अपने मित्रों के साथ जुड़े रहने के लिए यह विकल्प अपना सकते हैं। सामूहिक अध्ययन से यह जानने में मदद मिलती है कि महत्वपूर्ण क्या है और आपने किस की अनदेखी की है। विषय पर ध्यान केंद्रित करकेअपने मित्रों के साथ पढाई करने से आप उनकी भी मदद कर सकते हैं, या वे किसी ऐसी समस्या को हल करने में आपकी मदद कर सकते हैं, जिसे आप नहीं जानते थे।

जैसा सभी स्टूडेंट जानते हैं कि परीक्षा की तिथि आम तौर पर समय से बहुत पहले दी जाती हैतो यह छात्रों की जिम्मेदारी बनती है कि परीक्षा से पहले वे अच्छी तरह से तैयार हों। यह भी बेहतर रहेगा यदि वे रिवीजन और नोट्स बनाने के लिए एक विशिष्ट समय सारिणी को निर्धारित कर लें। परीक्षा के करीब आने वाले दिनों में रिवीजन करने का प्रयास केवल आतंक और डर का कारण बनेगा। अगर आपको अभी भी लगता है कि आपके मन में कोई बात कुछ सीखने की अनुमति नहीं दे रही हैतो अपने माता-पिता या शिक्षकों से तुरंत मदद लें। वे सबसे अच्छे सलाहकार हैं परीक्षा में भाग लेने वाले किसी भी छात्र के लिए परीक्षाओं के बारे में सकारात्मक रहना सबसे महत्वपूर्ण कारक है। आप परीक्षा पास कर लेंगे, अपने मन में यह दोहराने से सकारात्मक परिणाम अवश्य मिलेंगे।

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